कलमक्रान्ति : श्री राम अदालत में | Lord Ram in Court - Gaurav Tripathi | UnErase Poetry
क्रांति सिर्फ हिंसक थोड़ी होती है। अपने अंदर के अनकहे विचारों को इंटरनेट पर दुनिया द्वारा मूल्यांकन के लिए सामने रख देना भी तो क्रांति है हमारे जैसों के लिए, जिन्हे तुम 'अंतर्मुखी' कहते हो ।
कभी मुख्य धारा के खिलाफ, कभी भेड़चाल में ।
अपने आजाद विचार,व्यंग्य या सुझाव रखने के लिए इस ब्लॉग पर मुझे या आपको कोई मनाही नहीं है
-कलमक्रान्ति
Friday, September 1, 2017
श्री राम अदालत में | Lord Ram in Court - Gaurav Tripathi | UnErase Poetry
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