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कलमक्रान्ति : हिंदुस्तानी मुसलमान !!

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-कलमक्रान्ति

Sunday, September 21, 2014

हिंदुस्तानी मुसलमान !!


"हिन्दुस्तान के मुसलमान हिन्दुस्तान के लिए जीयेंगे और हिन्दुस्तान के लिए मरेंगे भी"
                                                                                                                                           -  प्रधानमंत्री
                                                                                       
राजनीति में किसी बयान से ज्यादा बयान की टाइमिंग मायने रखती है और ये तो अपने देश का बच्चा बच्चा जानता है की मौजूदा वक्त में राजनीतिक बयानबाजी की इस कला के सबसे बड़े कलाकार खुद हमारे माननीय प्रधानमंत्री है। प्रधानमंत्री का बयान ऐसे वक्त पर आया है जब सीमा पार से अलकायदा के कीड़े हमारे हिन्दुस्तान में बिल बनाने की फ़िराक़ में है और सीमा के भीतर अपने आप को नेता समझने वाले कुछ जाहिल देश के सेकुलरिज्म को शर्मसार कर रहे है। प्रधानमंत्री का बयान सीमा पार के दुश्मनो और सीमा के भीतर के मूर्खों ,दोनों को एक करार जवाब है और वाकई काबिले तारीफ़ है।  
हमने तो सदा यही कहा था कि हम हिंदुस्तानी हिंदुस्तान के लिए जीयेंगे और मरेंगे आज अगर हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को हिन्दुस्तानी मुसलमानों को अलग से उल्लेखित करने की नौबत आई है तो इसकी वजह भी खुद प्रधानमंत्री की ही पार्टी के चंद नेता है जो जब भी मुंह खोलते है तो पूरी संसद शर्मिंदा होती है। आदित्यनाथ,साक्षी महाराज जैसे लोगो को देख कर लगता है की चुनाव में चली मोदी लहर में कुछ अनावश्यक तत्व भी लहर के साथ संसद में आ पहुंचे है ,जो आये दिन अपनी मानसिक विकलांगता का परिचय देते हुए अपनी पार्टी और पूरे देश को शर्मसार करते है। 
बीते दिनों आये उपचुनाव के नतीजों से ये तो साफ़ है की लव जिहाद जैसे राजनीतिक हथकंडे और जाति मजहब के नाम पर वोट लेने की राजनीती को ये देश अब नकारना सीख गया है । बलात्कार और उत्पीड़न के मामलों को लव जिहाद का नाम देकर सियासती मुनाफा उठाने की जो कोशिश बीजेपी द्वारा की गयी,वो असल में उल्टी पड़ गयी और इसी के चलते कांग्रेस और सपा को भी सम्भलने का मौका मिल गया।  
दरअसल लव जिहाद जैसी कोई चीज का अस्तित्व ही नहीं है ,तो इस पर कुछ ज्यादा सोचने का कोई तुक भी नहीं  है। इसके अलावा भी देश में और बहुत कुछ हो रहा है जिस पर लिखा जा सकता है। अजीतसिंह का सरकारी बंगले के लिए संघर्ष और बिलावल भुट्टो का कश्मीर पर बयान ,जैसे मुद्दे हंसने हंसाने के लिए काफी है ,लव जिहाद जैसे भोंडे मजाक की जरुरत नहीं है। 
साढ़े सत्रह करोड हिंदुस्तानी मुस्लिमों में से ही किसी एक ने तत्कालीन पाकिस्तानी राष्ट्रपती को कैसे राष्ट्रीय मीडिया के सामने हिंदुस्तानी मुस्लिमों की तरफ से जवाब दिया खुद देखिये----
(अतीत के पिटारे से एक वीडियो -)





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